Amla ka ped kab lagana chahiye , आंवला का पेड़ लगाने का सबसे अच्छा समय जुलाई से सितंबर के महीने के बीच होता है ,
यह बरसात का मौसम होता है । जो पौधे को अच्छी तरह से स्थापित होने और बढ़ने के लिए पर्याप्त नमी प्रदान करता है , कुछ क्षेत्रों
में जनवरी से फरवरी के बीच भी आंवला लगाया जाता है ।
Amla ka ped लगाने का सही समय
आंवला लगाने का सबसे उपयुक्त समय जुलाई से सितंबर होता है , इस दौरान मानसून की बारिश पौधे के विकास के लिए अनकूल है ।
कुछ स्थानों पर फरवरी में भी आंवला के पौधे लगाए जा सकते है । खासकर सिंचाई की उचित व्यवस्था हो , आंवले के पौधे को ऐसी ,
जगह लगाएं जहा पर्याप्त धूप आती हो इसे कम से कम 6 से 8 घंटे सीधी धूप मिलनी चाहिए , यह सुनिश्चित करें की पौधे का तेज हवाओं
और अत्यधिक गर्मी से बचाया जा सके , खासकर शुरुआती चरणों में ।
मिट्टी की तैयारी
आंवले के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है । यह नमी बनाए रखती है और अच्छी जल निकासी भी प्रदान करती है । मिट्टी तैयार
करने के लिए 1 मीटर गहरा और 1 मीटर चौड़ा गड्ढा खोदें , खुदे हुए गड्ढे को 15 से 20 दिनों के लिए सूरज की रोशनी में खुला छोड़ दें ।
यह मिट्टी को कीटाणु रहित करने में मदद करता है । इसके बाद गड्ढे को मिट्टी 10 से 15 किलोग्राम गोबर की सड़ी हुई खाद 1 किलो ?
सुपरफॉस्फेट और अन्य जैविक खाद जैसे वर्मी कम्पोस्ट , नीम की खली के मिश्रण से भर दें ।
पौधे का चुनाव , आंवले के पेड़ को बीज से उगाने की बजाए नर्सरी से अच्छे किस्म का पौधा कलम किया हुआ लाना बेहतर है , बीज से उगे
पेड़ों को फल देने में अधिक समय 5 से 6 साल लगता है । जब कि कलम किये हुए पौधे 3 से 4 साल में ही फल देना शुरू कर देता है ।
उन्नत किस्में कंचन , रचना , फ्रांसिस , कृष्णा , आदि प्रमुख है ।
पौधा लगाना , तैयार किए गए गड्ढे के बीचों बीच पौधे को लगाएं । ध्यान रखें कि कलम का जोड़ा जमीन में न दबे । यह जमीन से थोड़ा ऊपर
रहना चाहिए , पौधे लगाने के बाद उसके चारों ओर मिट्टी को अच्छी तरह दबा दें ?
आंवले कि सिंचाई
पौधा लगाने के बाद तुरंत पानी दें । शुरुआती में पौधे को नियमित रूप से पानी कि आवश्यकता होती है । खासकर जब तक वह अच्छी तरह
स्थापित न हो जाए । बरसात के मौसम में सिंचाई कि आवश्यकता कम होती है । नई शाखा निकलने पर 15 से 20 दिन के अंतराल पर ,
सिंचाई करें , सितंबर से दिसंबर तक 10 से 15 दिन के अंतराल पर सिंचाई करे । Amla ka ped kab lagana chahiye ?
देखभाल , खरपतवार नियंत्रण , खरपतवारों को हटाने के लिए नियमित रूप से निराई , गुड़ाई करें । गर्मियों में स्थानीय घास का उपयोग करने से
मिट्टी में नमी बनी रहती है । और खरपतवार भी कम उगते है । छटाई , अनावश्यक , टेढ़ी मेढ़ी शाखाओं को काट दें , और सही टहनियों को ही
बढ़ने दें । कीट और रोग , आंवले में गाठ बनाने बाले कीट और रोली जैसे रोग लग सकते है । इनमे नियंत्रण के लिए कृषि विशेषज्ञों की सलाह लें ।