Dhan ki kheti एक प्रमुख खाद्यान्न फसल है जिसे मुख्य रूप से चावल प्राप्त करने के लिए उगाया जाता है यह भारत की ।
प्रमुख खरीफ फसलों में से एक है ।
धान की खेती मुख्य रूप से मान सून के मौसम में होती है जो आमतौर पर जून से सितम्बर तक होती है इस दौरान किसान बारिश के ।
पानी का भरपूर उपयोग करतें है । धान के बीज जून , या जुलाई में बोए जातें है और उन्हें लगातार पानी की आवश्यकता होती है ,
इस मौसम ? में खेतों में पानी जमा किया जाता है , ताकि धान की फसल अच्छी तरह से पैदा हो सके ।
Dhan ki kheti kab hoti hai
धान का बीज
धान के बीज का चयन मुख्य रूप से आपके क्षेत्र के मौसम , मिटटी का प्रकार पानी की उपलब्धता पर निर्भर करता है ?
भारत में कई प्रकार के धान के बीज होते है , जिनमें से कुछ प्रमुख है ।
- इंद्रा (indra) यह एक उच्च पैदावार वाला धान है मिट्टी की सामान्य स्थिति में अच्छा उगता है , इसे अधिकतम मध्यप्रदेश ,
और उत्तर भारत में ? बोया जाता है ,
- सामा (sama) यह बीज विशेष रूप से छोटे खेतों और सूखी जमीनों के लिए उपयुक्त है , सूखा सहन करनें की क्षमता अच्छी होती है ।
- सरजू 52 (sarju 52 ) यह एक उच्च गुणवत्ता वाला धान है , जो विशेष रूप से उत्तर भारत में उगाया जाता है , इसका चावल स्वादिष्ट ?
होता है और यह जल्दी पकता है ?
Dhan ki kheti kab hoti hai
- शिवाजी ( Shivaji) यह एक मध्य अवधि का धान है , जो खासकर दक्षिण भारत में उगाया जाता है , इसकी पैदावार अच्छी होती है ,
और यह विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में अच्छा उगता है ?
- टेक्सम ( Texam) यह एक उत्पादकता वाला धान है जो उत्तर भारत में खूब बोया जाता है , यह विभिन्न प्रकार के खेत में उग सकता है ।
और इसका चावल भी अच्छा होता है ,
- बासमती (Basmati) अगर आप सुगंधित चावल उगाना चाहतें है तो बासमती धान एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है । यह अधिकतर उत्तर,
भारत में उगाया जाता है ।
Dhan ki kheti
बीज का चयन करते समय ध्यान दें
आपके क्षेत्र के मौसम और मिट्टी के अनुसार ही बीज का चयन करें हमेशा अच्छे प्रमाणित बीज का ही चयन करें , ताकि फसल में कोई बीमारी न हो
और पैदावार बेहतर हो । अगर आपके खेत में पानी की कमी है तो , ऐसे बीज चुनें जो कम पानी में अच्छे से उग सके , आपके खेत और मौसम के ।
हिसाब से सही बीज का चयन करें ताकि पैदवार अच्छा हो सके ।
धान पकने का समय
धान पकने का समय मुख्य रूप से इसकी किस्म , और बुवाई समय और जलवायु पर निर्भर करता है ,
पकने का अवधि , 90 से 110 दिन , मध्य अवधि 110 से 130 दिन देर से पकने वाली 130 से 150 दिन ।
धान पकने का पहचान , बालियाँ सुनहरी या पीली हो जाती है , पत्तियां और तने सूखने लगते है दानों को
दबाने पर वे कड़े महसूस होते है फसल में 20 से 25 % नमी बचती है
अगर फसल समय से पहले काटी गई तो दानों में नमी ज्यादा होगी और उपज काम मिलेगा , अगर देर से
कटाई हुई तो दानें गिर सकते है और फसल खराव हो सकती है ।