Nimbu men phool na aane par kya karen ?

Nimbu men phool na aane par kya karen, नींबू के पौधे में फूल न आने के कई कारण हो सकते है , जैसे पर्याप्त धूप

न मिलना मिट्टी की गुणवत्ता में कमी , या पोषक तत्वों की कमी ?

 

Nimbu men phool na aane के मुख्य कारण

अपर्याप्त धूप , नींबू के पौधे को कम से कम 6 से 8 घंटे की सीधी धूप की आवश्यकता होती है । यदि उसे पर्याप्त धूप नहीं मिला है ,

तो ठीक से बढ़ नहीं पाएगा और फूल नही लगेगा , पोषक तत्वों की कमी , नींबू के पौधे को अच्छी वृद्धि और फल फूल के लिए ?

पर्याप्त पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है । नाइट्रोजन की अधिकता से पत्तियों की वृद्धि तो होती ही है , लेकिन फूल कम आते है ।

बोरॉन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से भी फूल और फल प्रभावित होते है ।

Nimbu me phool

पानी का प्रबंधन , बहुत ज्यादा पानी डालने से पौधा सिर्फ वानस्पतिक वृद्धि , पत्तियों और टहनियों का बढ़ना होता है , और फूल नही ?

आते , पानी की कमी से भी पौधा तनाव में आ जाता है । और फूल नही आते यदि आपके बगीचे में मधुमक्खियां या अन्य परागण करने

वाले कीट नही है , तो फूल आने पर भी वे फल में नहीं बदल पाएंगे ।

यदि आपने बीज से नींबू का पौधा उगाया है , तो उसे फल देने में 4 से 5 साल या उससे भी अधिक समय लग सकता है , ग्राफ्टेड पौधे जल्दी

फल देते है ।

 

कीट और रोग , कुछ कीट और रोग भी पौधे को कमजोर कर सकते है । जिससे फूल नहीं आते है , या झड़ जाते है , तापमान में उतार चढ़ाव

अत्यधिक गर्मी , बारिश या ठंड जैसे ख़राब मौसम का फूलों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है ।

 

नींबू में फूल लाने के उपाय

धूप का सही प्रबंधन , अपने नींबू के पौधे को ऐसी जगह पर रखे जहा उसे पूरे दिन की सीधी धूप कम से कम 6 से 8 घंटे मिले धूप के बिना पौधा ?

स्वस्थ नहीं रहेगा और फूल नहीं देगा । नींबू के पौधे को ऐसी उर्वरक दें , जिनमे पोटेशियम K और फास्फोरस P की मात्रा अधिक हो और नाइट्रोजन ,

N की मात्रा कम हो कयोंकि नाइट्रोजन से सिर्फ पत्तियों की वृद्धि होती है , जैविक खाद , गोबर की खाद , वर्मीकम्पोस्ट या सरसों की खली का उपयोग

करें । सरसों की खली को पानी में घोलकर इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता है ।

 

सूक्ष्म पोषक तत्त्व , बोरॉन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्त्वों की कमी होने पर बोरॉन का स्प्रे 1 ग्राम प्रति लीटर पानी के साथ करें , सीवीडी एक्स्ट्रैक्ट , यह भी फूलों ?

और फलों को बढ़ावा देने में मदद करती है । इसे पानी में मिलाकर पौधे को दे सकते है , नमक का छिड़काव , सामान्य नमक के हल्के घोल का छिड़काव

करने की सलाह देते है , जिससे फूलों को बढ़ावा मिल सकता है , लगभग 10 से 12 दिन में एक बार इसका इस्तेमाल कर सकते है ।

Nimbu men phool na aane par kya karen,

पानी का सही प्रबंधन

जब नींबू के पौधे में फूल आने लगे तो , पानी देना कम कर दें । मिट्टी को पूरी तरह सूखने दें और फिर हल्का पानी दें बहुत ज्यादा पानी डालने से फूल झड़ ।

सकते है , मिट्टी में एक समान नमी बनाये रखे , लेकिन उसे दलहनी न होने दें , जब मिट्टी की उपरी परत सूखी लगे तभी पानी दें ।

सहद स्प्रे , 1 लीटर पानी में आधा चम्मच  शहद मिलाकर घोल बनाएं और इसे फूलों पर स्प्रे करें , इससे मधुमक्खियां और अन्य रोग परागण करने वाले कीट

आकर्षित होते है , जिससे परागण बेहतर होता है , और फूलों में बदलते है , यदि आपके पास परागण करने वाले कीट नहीं है, तो आप मुलायम ब्रश की मदद

से फूलों पर परागण कर सकते है ,

 

कीट और रोग नियंत्रण

नियमित रूप से नीम के तेल का स्प्रे करें ताकि पौधे को कीटों से बचाया जा सके । स्वस्थ पौधा ही अच्छे फूल और फल देता है , जड़ों के पास मिट्टी की जाँच करें ,

ताकि कहीं चीटियां या दीमक तो नहीं है , यदि है तो पुरानी मिट्टी हटाकर साफ मिट्टी डालें और कीट नाशक पाउडर का प्रयोग करें , यदि आपने बीज से पौधा ?

उगाया है , और वह कई सालों से फल नहीं दे रहा है । तो ग्राफ्टेड़ पौधा लगानें पर विचार करें ग्राफ्टेड़ पौधे जल्दी फूल और फल देते है ।

 

कटाई छटाई , जरुरत से ज्यादा टहनियों की कटाई छटाई से बचे क्योंकि फूल नई टहनियों पर आते है , केवल सूखी या रोगस्त टहनियों को ही  हटाएँ इन उपायों

को  अपनाकर आप अपने नींबू के पौधे में फूलों की संख्या बढ़ा सकते है , और अधिक नींबू प्राप्त कर सकते है , धैर्य रखना ही महत्वपूर्ण है क्योंकि पौधों को फल

देने में समय लगता है ।

 

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